Tuesday 2 August 2011

राग जीवन का


जीवन है सुन्दरता
भावों की कोमलता
यह कोमल भाव ही
जीवन का राग है
सुन्दर अनुराग है.....
मन में हैं भाव
और भावों में मन डूबा
कैसे बतायें
कितनी सुन्दर यह बात है....
प्रीत भरी राह पर
जब अपने पाँव हैं
स्वर्णिम है धूप
और चिरशीतल छाँव है....
रंगों की बात है
तरंगों की बात है
जीवन संगीत है
और बस संगीत भरे
 लम्हों की बात है.........
धरती की वीणा में
सातों सुर बसते हैं
आठों रागिनियों का
अम्बर ये साज है...
जीवन का गीत कोई
छुप छुप कर गा रहा
चारों दिशाओं से
आती आवाज है....
यह निर्मल
यह पावन
अद्भुत एहसास ही
जीवन का राग है
सुन्दर अनुराग है..........!!

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