प्रथम अंजलि पुष्पों वाली
शैल सुता मां तुझको अर्पण
ब्रह्मचारिणी,मुक्तिदायिनी
करें प्राण मन तुझे समर्पण
भक्त वत्सला भक्तिदायिनी
चन्द्रघंटा मां शक्तिदायिनी
कुषमाण्डा मातेश्वरी तुझको
करते श्री चरणों में वन्दन
अग्नि रूप मां स्कन्द माता
स्वर्णमयी कात्यायिनी माता
अक्षत चंदन रोली कुमकुम
धूप चढा करते अभिनन्दन
कालरात्रि मां भयमुक्त कर दे
अन्तर का तम अविलम्ब हर ले
महागौरी मां लक्षमी रूपा
श्री दायिनी शांति स्वरूपा
कोमल कन्या रूप सयानी
सिद्धीदात्री सुकुमारी भवानी
क्षमाशील तू अति विनीता
महिषासुर हंता दुखहर्ता
ब्रह्मा विष्णु महेश तुझे ध्याते
कर त्रिशूल और कमल सुहाते
दुर्गे दुर्गतिनाशिनी माता
तुझे नमन शत बार नमन
जयति जय जगदम्बे भवानी
फ़िर आना माता वरदायिनी
देना सब भक्तों को दर्शन
शत बार नमन शत बार नमन्……॥
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