कली कहे
भंवरे से,
तू बगिया बगिया घूमे…
रंग बिरंगे
प्यारे प्यारे
फ़ूलों का मुख चूमे…
मैं भी तेरी
एक दीवानी
कुछ पल साथ गुजार ले…
कली से हंसकर
कहता भंवरा
जब जी करे पुकार ले……
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