Sunday 4 March 2012

आज का दिन


आज की ये भोर
और आज की किरण
आज का समय यह
आज का ये दिन…
   
आओ मिलकर इनको
हम खास बना लें
कि याद करें इनको
फिर सारी उम्र हम…
 
कुछ इस तरह से खोलें
पलकों को आज अपनी
पाया हो हमने जैसे
अभी अभी जनम…

ऐसे भरें उसांसें कि
भीनी भीनी खुशबू
लेके ही उड रही हो
आज मनचली पवन……
  
ऐसे चलें मचल कर
हाथों में हाथ लेकर
जैसे कि साज कोई
बजता हो छन छनन…

बांहों में आज ले लें
तारों भरा गगन
सपनों की रौशनी से
जगमग करे नयन…।



4 comments:

  1. Abhi padhe theek se,but no..................

    ReplyDelete
  2. सुन्दर अभिव्यक्ति...

    चैत्र नवरात्र की शुभकामनाएँ.

    ReplyDelete
  3. आज का दिन – 20/04/2012
    शादी की पचीसवीं सालगिरह आपको मुबारक हो ! ईश्वर से कामना है कि आपका जीवन हमेशा आनंद, उमंग, और खुशियों से भरा रहे |
    -सुरेश कुमार ,राँची

    ReplyDelete
  4. बहुत बहुत धन्यवाद सर...

    ReplyDelete