Monday 3 September 2012

चांद आसमान में



चांद आसमान में
रहेगा रात भर...
सितारों संग खेलता
रहेगा रात भर....

घटाएं भी मचल रहीं
उसी को देखकर
उन्हीं के रूप पर फिदा
रहेगा रात भर.....

धरा को देगा चांदनी
गगन को रौशनी
कली कली को चूमता
रहेगा रात भर...

झील में जो बिम्ब है
वह उसी का  है
मगर उसे निहारता
रहेगा रात भर...

वो रूप का ,वो नूर का
बहुत अमीर है
गली गली बिखेरता
रहेगा रात भर ॥

चांद आसमान में
रहेगा रात भर....
सितारों संग खेलता
रहेगा रात भर..........









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