समय बिताने के लिए
करना है कुछ काम
शुरू करो अंत्याक्षरी
लेकर हरि का नाम
याद आता है
बचपन का अलमस्त जमाना
और अंत्याक्षरी की मौज मस्ती
करना है कुछ काम
शुरू करो अंत्याक्षरी
लेकर हरि का नाम
याद आता है
बचपन का अलमस्त जमाना
और अंत्याक्षरी की मौज मस्ती
शब्द के अंतिम वर्ण से शुरू नया
शब्द ...
गीत के बोल ,
कविता की पंक्तियाँ
शेरो शायरी गजल कुछ भी ...
एक अनवरत मनोरंजन
सोचती हूँ
यह अंदाज महज खेल ही नहीं
यह अंदाज महज खेल ही नहीं
इससे अलग कुछ और भी है
दिवस की उम्र तो बस
आठ पहरों की होती है
सुरमई किरणें
नील गगन के चप्पे चप्पे
जीवन के रंग भरती
सुरमई किरणें
नील गगन के चप्पे चप्पे
जीवन के रंग भरती
रहती है....
प्रकृति हर रूप में
हर वक्त जीवन के राग
गुनगुनाती रहती है
चलता रहता है
यह सिलसिला...
साँझ का सबेरे के साथ
सुगंध का पवन के साथ
प्रकृति हर रूप में
हर वक्त जीवन के राग
गुनगुनाती रहती है
चलता रहता है
यह सिलसिला...
साँझ का सबेरे के साथ
सुगंध का पवन के साथ
अंधेरे का उजाले के साथ
लहरों का समंदर के साथ
धूप का छाँव के साथ
आँसू का मुस्कान के साथ
धरा और क्षितिज के
बांहों के घेरे में
खेलता रहता है कण कण
एक अंतहीन अंत्याक्षरी ...
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