कोई
है जो लौटा ले जाता है
हरदम
बीते दिनों की
खुशनुमा
यादों में
यादें
जिनमें
फूलों
की छांव भी हैं
दूब
की नरमाई भी
कल्पना
की ऊंची उडान भी है
झील
सी गहराई भी
हाथ
थाम कर गुजारे हुए
रास्तों
की सोंधी धूल
भी
है
कंकरीले
राह की चुभन भी
कोई है
जो
बार
बार खटका देता है
मन
के द्वार
होने
नहीं देता
पल
भर को उदास
कोई है
जो रहता है
ख्वाबों
में खयालों में
छाया
बनकर इस दिल के
हरपल
आस पास
कोई है
कि जिसकी नजरों
में हूं
मैं जुदा सबसे
कोई है
जिसे मैंने
पाया
है जन्मों के इंतजार के बाद…………
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